दोपहरी की आंधी के बाद जब शाम को सूर्य की किरण,
जा गिरती है
- खंडहर के ईंट के हृदय पर -
तो एहसास होता है कि,
कुछ भी नहीं रहता
- हमेशा के लिए -
न ईंटें।
न खंडहर।
और न ही आंधी।
Ps - Thankyou @ichakdanastore for this beautiful floral bomber jacket.
जा गिरती है
- खंडहर के ईंट के हृदय पर -
तो एहसास होता है कि,
कुछ भी नहीं रहता
- हमेशा के लिए -
न ईंटें।
न खंडहर।
और न ही आंधी।
Ps - Thankyou @ichakdanastore for this beautiful floral bomber jacket.
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