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Yes its sinking in.. Rank 40, CSE 2015.The UPSC circle- the close and the beginning.

Bagh-e-Bahisht Se Mujhe Hukam-e-Safar Diya Tha Kyun Kaar-e-Jahan Daraz Hai, Ab Mera Intezar Kar                      - Mohammad...

Thursday, March 11, 2021

The truth half unseen.


तू आधा-सा क्यों है? तू आधे से थोड़ा ज़ियादा-सा क्यों है?

मैं लम्हे के मानिंद मुख़्तसर हूँ, अयाँ हूँ

गरचे-सा कभी तू लिहाज़ा-सा क्यों है?

( मानिंद - like, जैसा, की तरह;  मुख़्तसर - short, छोटा सा ; अयाँ - evident, स्पष्ट ; गरचे - if, even though, मगर, लेकिन;  लिहाज़ा - therefore, thats why, इसलिए)


तू शहरों की सड़कों पे शामों-शबों में

पिघलता हुआ कोई वादा-सा क्यों है?

(शब - night, रात)


हर्फ़ों से फ़र्दों पे सरहद बनाकर

बता तेरा दिल ये कुशादा-सा क्यों है?

(फ़र्दों - stamp papers ; कुशादा - open, uncovered, खुला)


इल्तिज़ा-ब-लब मैं बरसता आसमाँ सा

तू ख़ामोश-सा इक तकाज़ा-सा क्यों है?

(इल्तिज़ा-ब-लब - request on lips ; तक़ाज़ा - pressing demand)


नहीं अब यहाँ हूँ, कि मैं जा चुका हूँ

तू आकाश पर ईस्तादा- सा क्यों है?

(ईस्तादा - standing, खड़ा हुआ) 


तू क्यों धमनियों में धधकने लगा है?

छुअन-सा, लहु-सा, तू बादा-सा क्यों है?

(बादा - wine)


मैं उठकर गिरा हूँ, मैं गिरकर उठा हूँ

मेरी वुसअतों का इरादा-सा क्यों है?

(वुसअतों - expanse, फैलाव)


मेरी कैफ़ियत के तर्जुमें बहुत हैं

पर सभी में बसा हर्फ़-ए-सादा सा तू है।

(कैफ़ियत - narrative ; तर्जुमें - interpretations, translations, अनुवाद; हर्फ़-ए-सादा - simple word)

तू आधा-सा क्यों है? तू आधे से थोड़ा ज़ियादा-सा क्यों है?

Tuesday, March 2, 2021

Story of a touch.


Isn't it a wonder how colours can fill us... 

There are times when we are the canvas. 

Sometimes we become the brush. 

And one day we are 

the painter.


Thank you @rang_by_shilpa

https://instagram.com/rang_by_shilpa?igshid=l39v1vz0d705

for this beautiful hand painted crepe saree. It's so full of spring and sunshine. Such positive colours!

#introspections  #sunsoaking  #myverses #paintings  #handpainted  #vocalforlocal  #sareesofinstagram